Paryavaran Evam Parishthitiki

Price: 299.00 INR

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Disclaimer :You will be redirected to a third party website.The sole responsibility of supplies, condition of the product, availability of stock, date of delivery, mode of payment will be as promised by the said third party only. Prices and specifications may vary from the OUP India site.

ISBN:

9780199478095

Publication date:

15/09/2017

Paperback

272 pages

241.0x184.0mm

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9780199478095

Publication date:

15/09/2017

Paperback

272 pages

241.0x184.0mm

First Edition

R. Rajagopalan

प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक ‘पर्यावरण अध्ययनः संकट से समाधान तक’ (तृतीय संस्करण) का हिंदी अनुवाद है। यह पुस्तक सभी शाखाओं के परास्नातक छात्रों के लिए उपयोगी है (गणित और विज्ञान की सूक्ष्म जानकारी वाले भी)। यह पुस्तक पर्यावरण से जुड़े बड़े और गंभीर विषयों का संतुलित प्रस्तुतीकरण है।

Rights:  World Rights

First Edition

R. Rajagopalan

Description

प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक ‘पर्यावरण अध्ययनः संकट से समाधान तक’ (तृतीय संस्करण) का हिंदी अनुवाद है। यह पुस्तक सभी शाखाओं के परास्नातक छात्रों के लिए उपयोगी है (गणित और विज्ञान की सूक्ष्म जानकारी वाले भी)। यह पुस्तक पर्यावरण से जुड़े बड़े और गंभीर विषयों का संतुलित प्रस्तुतीकरण है।

यह पुस्तक यू.पी.एस.ई की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को लाभांवित करेगी, क्योंकि इसमें प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के पारिस्थितिकी/पर्यावरण विषयों को भी सम्मिलित किया गया है।

प्रस्तुत पाठ्‍यपुस्तक पर्यावरण सबंधी उन सभी गंभीर समस्याओं पर चर्चा करती है जिनका हम आज सामना कर रहे हैं- जैसे तीव्र वृद्धि, पारिस्थितिकी तंत्र पर बढ़ते खतरे, लुप्त होते जंगल तथा जीवों की प्रजातियाँ, समाप्त होते प्राकृतिक संसाधन, हानिकारक विषाक्त अपशिष्ट, हरित कानून और ऐसे ही अन्य विषय। यह पुस्तक भारत तथा अन्य देशों के 80 से अधिक वास्तविक जीवन पर आधारित अध्ययनों का उपयोग कर विभिन्न समस्या-समाधानों तथा सफलता-असफलताओं का चित्रण-प्रर्दशन करती है। पुस्तक में छात्रोनुकूल भाषा शैली का प्रयोग किया गया है तथा उदाहरणों के द्वारा स्पष्टिकरण को और सरल बनाया गया है।

First Edition

R. Rajagopalan

Table of contents

एकांश 1 पर्यावरणीय अध्ययन से परिचय

  1. वैश्विक पर्यावरणीय संकट तथा सतत् विकास
एकांश 2 पारिस्थितिक तंत्र
  1. पारिस्थितिक तंत्र: मौलिक अवधारणाएँ
  2. वन, तृणभूमि और मरुस्थल पारिस्थितिक तंत्र
  3. जल पारिस्थितिक तंत्र
एकांश 3 नवीकरणीय और अनवीकरणीय प्राकृतिक संसाधन
  1. जल संसाधन
  2. ऊर्जा संसाधन
  3. वन संसाधन
  4. भूमि संसाधन
एकांश 4 जैव विविधता
  1. जैवविविधता से परिचय
  2. जैवविविधता संरक्षण
एकांश 5 पर्यावरणीय प्रदूषण
  1. ठोस व्यर्थ प्रबंधन
  2. जल, मृदा और समुद्रीय प्रदूषण
  3. वायु एवं ध्वनि प्रदूषण
एकांश 6 पर्यावरण संबंधी नीतियाँ और प्रक्रियाएँ
  1. जलवायु परिवर्तन, ओजोन क्षय और अम्ल वर्षा
  2. पर्यावरण कानून, अधिनियम और नीतियाँ
एकांश 7 मानव समुदाय और पर्यावरण
  1. जनसंख्या वृद्धि
  2. पर्यावरण तथा मानव स्वास्थ्य
  3. आपदा प्रबंधन
  4. पर्यावरण और दीर्घकालीन विकास
एकांश 8 निष्कर्ष
  1. संभव है दूसरी दुनिया

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R. Rajagopalan

Features

  • जलवायु परिवर्तन से संबद्ध विषयों पर प्रकाश
  • 80 वास्तविक घटनाओं/अध्ययनों पर आधारित
  • वैकल्पिक प्रश्नोत्‍तर
  • यू.पी.एस.ई. प्रांरभिक परीक्षा के लिए प्रश्न बैंक (उत्तर सहित)

Description

प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक ‘पर्यावरण अध्ययनः संकट से समाधान तक’ (तृतीय संस्करण) का हिंदी अनुवाद है। यह पुस्तक सभी शाखाओं के परास्नातक छात्रों के लिए उपयोगी है (गणित और विज्ञान की सूक्ष्म जानकारी वाले भी)। यह पुस्तक पर्यावरण से जुड़े बड़े और गंभीर विषयों का संतुलित प्रस्तुतीकरण है।

यह पुस्तक यू.पी.एस.ई की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को लाभांवित करेगी, क्योंकि इसमें प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के पारिस्थितिकी/पर्यावरण विषयों को भी सम्मिलित किया गया है।

प्रस्तुत पाठ्‍यपुस्तक पर्यावरण सबंधी उन सभी गंभीर समस्याओं पर चर्चा करती है जिनका हम आज सामना कर रहे हैं- जैसे तीव्र वृद्धि, पारिस्थितिकी तंत्र पर बढ़ते खतरे, लुप्त होते जंगल तथा जीवों की प्रजातियाँ, समाप्त होते प्राकृतिक संसाधन, हानिकारक विषाक्त अपशिष्ट, हरित कानून और ऐसे ही अन्य विषय। यह पुस्तक भारत तथा अन्य देशों के 80 से अधिक वास्तविक जीवन पर आधारित अध्ययनों का उपयोग कर विभिन्न समस्या-समाधानों तथा सफलता-असफलताओं का चित्रण-प्रर्दशन करती है। पुस्तक में छात्रोनुकूल भाषा शैली का प्रयोग किया गया है तथा उदाहरणों के द्वारा स्पष्टिकरण को और सरल बनाया गया है।

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Table of contents

एकांश 1 पर्यावरणीय अध्ययन से परिचय

  1. वैश्विक पर्यावरणीय संकट तथा सतत् विकास
एकांश 2 पारिस्थितिक तंत्र
  1. पारिस्थितिक तंत्र: मौलिक अवधारणाएँ
  2. वन, तृणभूमि और मरुस्थल पारिस्थितिक तंत्र
  3. जल पारिस्थितिक तंत्र
एकांश 3 नवीकरणीय और अनवीकरणीय प्राकृतिक संसाधन
  1. जल संसाधन
  2. ऊर्जा संसाधन
  3. वन संसाधन
  4. भूमि संसाधन
एकांश 4 जैव विविधता
  1. जैवविविधता से परिचय
  2. जैवविविधता संरक्षण
एकांश 5 पर्यावरणीय प्रदूषण
  1. ठोस व्यर्थ प्रबंधन
  2. जल, मृदा और समुद्रीय प्रदूषण
  3. वायु एवं ध्वनि प्रदूषण
एकांश 6 पर्यावरण संबंधी नीतियाँ और प्रक्रियाएँ
  1. जलवायु परिवर्तन, ओजोन क्षय और अम्ल वर्षा
  2. पर्यावरण कानून, अधिनियम और नीतियाँ
एकांश 7 मानव समुदाय और पर्यावरण
  1. जनसंख्या वृद्धि
  2. पर्यावरण तथा मानव स्वास्थ्य
  3. आपदा प्रबंधन
  4. पर्यावरण और दीर्घकालीन विकास
एकांश 8 निष्कर्ष
  1. संभव है दूसरी दुनिया

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