Bharat ki Videsh Niti (भारत की विदेश नीति)
Punravlokan avum Sambhavnayein (पुनरावलोकन एवं संभावनाएँ)
Price: 395.00 INR
ISBN:
9780199485185
Publication date:
15/01/2018
Paperback
456 pages
Price: 395.00 INR
ISBN:
9780199485185
Publication date:
15/01/2018
Paperback
456 pages
Sumit Ganguly (सुमित गांगुली)
Rights: World Rights
Sumit Ganguly (सुमित गांगुली)
Description
यह पुस्तक 1947 से 2010 तक भारत की विदेश नीति के उद्भव का एक व्यापक विवरण प्रस्तुत करता है। मुख्यत:, यह पुस्तक भारत के पड़ोसी राज्यों तथा वैश्विक व्यवस्था के अन्य प्रमुख राज्यों के साथ भारत के संबंध के रूप में व्यवस्थित है। इस पुस्तक के सभी अध्याय विश्लेषण के स्तर की पद्धति का प्रयोग करते हैं जो एक अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में मौलिक घटनाओं को व्यवस्थित करने हेतु एक सुस्थित वैचारिक पद्धति है। इस पुस्तक के अध्याय विश्व के विभिन्न हिस्सों में इसके घटनाक्रमों का विशद एवं स्पष्ट वर्णन प्रस्तुत करते हैं। यह पुस्तक इस कारण महत्त्वपूर्ण है क्युंकि भारतीय विदेश नीति के उद्भव पर कोई अन्य व्यवहार्य संपादित पुस्तक उपलब्ध नहीं है।
हर एक अध्याय विश्लेषण के स्तर की पद्धति का प्रयोग करते हुए समान वैचारिक ढांचे का अनुसरण करता है। यह ढांचा भारत की विदेश नीति के उद्भव को व्यवस्थागत, राष्ट्रगत तथा निर्णयन के दृष्टिकोणों से देखता है। परिचयात्मक अध्याय में संपादक ध्यानपूर्वक विश्लेषण के स्तर के बौद्धिक पूर्ववृत्तों को सीधे, सरल, स्पष्ट तथा तर्कमूलक गद्य के रूप में प्रस्तुत करते हैं तथा इस पुस्तक के अध्यायों पर इसका प्रयोग करते हैं।
About the Author
सुमित गांगुली इण्डियन कल्चर्स ऐण्ड सिविलाइज़ेशन के रवीन्द्रनाथ टैगोर चेयर, तथा राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर, इण्डियाना यूनिवर्सिटी, ब्लूमिंगटन में हैं।
Sumit Ganguly (सुमित गांगुली)
Sumit Ganguly (सुमित गांगुली)
Description
यह पुस्तक 1947 से 2010 तक भारत की विदेश नीति के उद्भव का एक व्यापक विवरण प्रस्तुत करता है। मुख्यत:, यह पुस्तक भारत के पड़ोसी राज्यों तथा वैश्विक व्यवस्था के अन्य प्रमुख राज्यों के साथ भारत के संबंध के रूप में व्यवस्थित है। इस पुस्तक के सभी अध्याय विश्लेषण के स्तर की पद्धति का प्रयोग करते हैं जो एक अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में मौलिक घटनाओं को व्यवस्थित करने हेतु एक सुस्थित वैचारिक पद्धति है। इस पुस्तक के अध्याय विश्व के विभिन्न हिस्सों में इसके घटनाक्रमों का विशद एवं स्पष्ट वर्णन प्रस्तुत करते हैं। यह पुस्तक इस कारण महत्त्वपूर्ण है क्युंकि भारतीय विदेश नीति के उद्भव पर कोई अन्य व्यवहार्य संपादित पुस्तक उपलब्ध नहीं है।
हर एक अध्याय विश्लेषण के स्तर की पद्धति का प्रयोग करते हुए समान वैचारिक ढांचे का अनुसरण करता है। यह ढांचा भारत की विदेश नीति के उद्भव को व्यवस्थागत, राष्ट्रगत तथा निर्णयन के दृष्टिकोणों से देखता है। परिचयात्मक अध्याय में संपादक ध्यानपूर्वक विश्लेषण के स्तर के बौद्धिक पूर्ववृत्तों को सीधे, सरल, स्पष्ट तथा तर्कमूलक गद्य के रूप में प्रस्तुत करते हैं तथा इस पुस्तक के अध्यायों पर इसका प्रयोग करते हैं।
About the Author
सुमित गांगुली इण्डियन कल्चर्स ऐण्ड सिविलाइज़ेशन के रवीन्द्रनाथ टैगोर चेयर, तथा राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर, इण्डियाना यूनिवर्सिटी, ब्लूमिंगटन में हैं।